Sorathi aur birjabhar ki katha |हेमंती का बिरजाभार को पहचानना( 14 मा भाग संपूर्ण कथा-part-3)<br /><br />#sorathiBrijabhar_ek#pauranik#Katha<br /><br />Indian tradition<br />हेमंती खिड़की से सारा हाल देख रही थी और मन में विचार कर रही थी उसने योगी को देखते ही पहचान गई कि ए तो मेरे स्वामी बिरजाभार हैं देखो कैसे माता के साथ खेल खेल रहे हैं माता ने जन्म दी है लेकिन पहचान नहीं पा रही है तब हेवंती बाहर आती है और योगी का हाथ पकड़ती है और बांसुरी गुजरी छीन कर फेंक देती है तब योगी बोलता है देखो रानी कैसी तुम्हारी बहू है जो योगी के साथ इस तरह का व्यवहार कर रही है लगता है नैहर से ही बिगड़ी हुई है